राजराजेश्वरी नंदा देवी की उत्सव डोली अपने भक्तों को दर्शन और आशीर्वाद के लिए पहुँची
स्थानीय संपादक / नारायणबगड़ चमोली। राजराजेश्वरी नंदा देवी की उत्सव डोली अपने ननिहाल देवराडा सिद्धपीठ से चलकर बैनोली तल्ली से मींग गांव में अपने भक्तों को दर्शन और आशीर्वाद के लिए पहुँची।
शनिवार को पोष शुक्ला षस्ठी के दिन मां नंदा राजराजेश्वरी मींग गांव में करीबन 85 सालों के बाद आयोजित हो रहे नवरात्र के अवसर पर अपनी नव दुर्गा बहिनों से मिलन करने पहुंची। इससे पहले मां नंदा शुक्रवार को रात्रि प्रवास के लिए बैनोली तल्ली में थी।मींग गांव में नवरात्र के अवसर पर पहुंची नंदा देवी ने अपने भक्तों,ध्याणियों और श्रद्धालुओं को दर्शन देते हुए आशीर्वाद दिया।
इस दौरान सैकड़ों दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ी रही। मींग गांव में जय मां भगवती नवरात्र समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधान महिपाल सिंह रावत,कर्णसिंह रावत,चंद्र सिंह रावत,धीरेन्द्र सिंह,बीरेंद्र सिंह रावत,सुजान सिंह आदि ने बताया कि उनके गांव में मां भगवती नवरात्र का आयोजन लगभग 85 सालों बाद किया जा रहा है और हमारे युवाओं को तो इसका कुछ मालूम भी नहीं है और इस समय मां नंदा देवी भी हमारे गांव से होकर अपने मायका सिद्धपीठ कुरूड धाम के लिए यात्रा कर रही है जो कि हमारे सौभाग्य की बात है।
बताते चलें कि मां नंदा राजराजेश्वरी 23 दिसंबर से अपने ननिहाल देवराडा सिद्धपीठ से अपने मायका सिद्धपीठ कुरूड के लिए चल पड़ी थी और विभिन्न पड़ावों पर अपने भक्तों को दर्शन और आशीर्वाद देते हुए उत्तरायण पक्ष में उत्तरायणी के दिन सिद्धपीठ कुरूड धाम पहुंचेगी। जहां मां नंदा छः महीने के लिए प्रवास करने के बाद फिर से अपने ससुराल कैलाश के लिए प्रस्थान करेंगी। मां नंदा की उत्सव डोली को मी़ग गांव के महिला पुरुष अगले पड़ाव पैठाणी गांव तक विदा करने के लिए गये हैं। अवसर पर मां नंदा राजराजेश्वरी के पुजारी गण योगेश्वर प्रसाद गौड़,बच्चीराम गौड़,खिमानंद गौड़, कन्हैया गौड़,विजय गौड़ आदि साथ साथ चल रहे हैं।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा