विधायक और DM में चलती रही नोकझोंक; बीच में चुपचाप पर्चा पढ़ते रहे भट्ट

हल्द्वानी सर्किट हाउस में शुक्रवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में अलग ही नजारा देखने को मिला। गौला नदी में चैनलाइजेशन का काम सिंचाई विभाग को देने पर लालकुआं विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट की ओर से आपत्ति जताने पर डीएम ने भी विधायक को खरीखरी सुना दी। डीएम ने कि आप ही जहां से कहेंगे वहीं से काम करा देंगे।

बस इतना ही था फिर विधायक भी कहां पीछे हटते, उन्होंने कहा कि मैं क्यों चाहूं किसी को, मैं तो काम चाह रहा हूं। इस पर डीएम बोलीं, आप आरोप लगा रहे हैं। विधायक बोले, मैं आप पर बिल्कुल आरोप नहीं लगा रहा हूं। इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस होने लगी। खास बात यह रही कि विधायक और डीएम की यह नोकझोंक तब हो रही थी जब सांसद अजय भट्ट दोनों के बीच में बैठकर कोई पर्चा पढ़ रहे थे। उनके बायीं ओर डीएम वंदना सिंह थीं और दाहिनी तरफ विधायक बिष्ट। मामला जब ज्यादा ही बढ़ने लगा तो सांसद ने हस्तक्षेप किया जिसके बाद दोनों की बहस पर विराम लगा।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए सांसद भट्ट ने अधिकारियों से केंद्र सरकार की योजनाओं को गंभीरता से लेकर त्वरित गति से काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि जनता के लिए जो भी योजनाएं बनाएं उसकी जानकारी संबंधित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि को अनिवार्य रूप से दें। चेताया कि कार्य में ढिलाई और गलत सूचनाएं देने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं के साथ जिले में बाढ़, जलभराव एवं आपदा राहत कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने ने डीएम वंदना से बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों का स्पष्टीकरण लेने को भी कहा।

डीएम ने सांसद को बताया कि जिले में आपदा प्रभावितों को चेक के माध्यम से धनराशि दे दी गई है। आपदा में क्षतिग्रस्त भवन, सड़क, पेयजल व विद्युत लाइनों की मरम्मत कराई जा रही है। इस दौरान सांसद ने दीनदयाल उपाध्याय योजना, प्रधानमंत्री आवास, जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, समग्र शिक्षा, मिड डे मील, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, कौशल विकास, प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा की भी जानकारी ली।

कैथलैब के निर्माण में देरी पर जताई नाराजगी
बैठक के दौरान सुशीला तिवारी चिकित्सालय में कैथलैब के निर्माण कार्य में देरी पर सांसद भट्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अस्पताल में मंडी समिति की ओर से कैथलैब का निर्माण होना है। उन्होंने कार्यदायी संस्था के कार्यों पर असंतोष जताया। डीएम ने कहा कि यदि कार्यदायी संस्था समय पर काम नहीं करती तो शासन स्तर से कार्रवाई होगी।

बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में जिपं अध्यक्ष बेला तोलिया, विधायक डाॅ. मोहन सिंह बिष्ट, सरिता आर्या, ब्लाॅक प्रमुख डाॅ. हरीश बिष्ट, कमलेश कैड़ा, रेखा रावत, रवि कन्याल, रूपा देवी, विधायक प्रतिनिधि विकास भगत, जीवन सिंह कार्की, ज्येष्ठ प्रमुख आनंद दरम्वाल समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।

विधायक और डीएम में हो गई बहस
बैठक के दौरान लालकुआं के विधायक डाॅ. मोहन सिंह बिष्ट और डीएम वंदना के बीच बहस हो गई। मामला गौला नदी में चैनलाइजेशन का था। विधायक ने सिंचाई विभाग को काम देने पर आपत्ति दर्ज की। डीएम का कहना था कि आप जिससे कहेंगे उसी से काम करा देंगे। विधायक बोले मैं क्यों चाहूं किसी को, मैं तो काम चाह रहा हूं। इस पर डीएम बोलीं आप आरोप लगा रहे हैं। विधायक बोले मैं आप पर बिल्कुल आरोप नहीं लगा रहा हूं। इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस होने लगी। बाद में सांसद के हस्तक्षेप से बहस पर विराम लगा।

नवनिर्मित भवन से पानी टपकने की जांच के निर्देश
बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों ने बताया कि पतलोट में इसी साल बने डिग्री काॅलेज के भवन की छत से पानी रिसने लगा है। इस पर सचिव/डीएम ने डिग्री काॅलेज में लीकेज होने की समस्या पर तकनीकी समिति का गठन कर जांच के निर्देश दिए।

जेजेएम के कार्यों पर भी नाराजगी
सांसद अजय भट्ट ने जिले में जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की। कहा कि जेजेएम के तहत पाइप लाइनें बिछा दी गई हैं लेकिन सड़क पर गड्ढे नहीं भरे गए हैं। ऐसे में कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन बिछाने से पहले टैंक निर्माण किया जाए। डीएम ने जल संस्थान और जल निगम के अधिशासी अभियंताओं को शीघ्र अनापत्ति प्रमाण पत्र देने के निर्देश दिए ताकि लोनिवि सड़क कार्य को पूर्ण कर सके।

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