जानिए – जहाँ चाह वहाँ राह को सार्थक करता उत्तराखण्ड का एक युवा लवी सिंह बड़वाल
बीएसएनके न्यूज संवाददाता / देहरादून डेस्क। उत्तराखण्ड चमोली के नीति गांव का एक ऐसा युवक जिसने सबसे तेज लदाख की कांग्यात्से 2 चोटी ( 6200 मीटर ) का अवरोहण बेस कैम्प से 5 घंटे में किया। लवी सिंह बड़वाल पुत्र लक्ष्मण सिंह बड़वाल नीति घाटी के आखिरी गांव नीति के रहने वाले है जो कि भारत का आखिरी गांव है।
उनका सपना था कि अपने यहां की दोनों घाटियों को साईकिल से अकेले पूरा करना है। आपको बता दे कि लवी बड़वाल कोई पेशेवर साइकिलिस्ट नही है। इन्होंने निम उत्तरकाशी से बेसिक माउंटेनियरिंग का कोर्स किया हुआ है। स्कीइंग, मार्शल आर्ट्स जैसे साहसिक खेलो मे हमेसा आगे रहते है और ये काफी ट्रैक भी लीड करते हैं।
लेकिन सिर्फ अपने सपने को सच करने के लिए ये लद्दाख से आने के एक हफ्ते बाद ही साइकिल उठा के बिना किसी प्रैक्टिस के निकल पड़े । पीक समिट के बाद शरीर काफी थका हुआ होने पर भी बिना आराम के बिना कुछ सोचे वो बस निकल पड़े। खुद में विश्वास ,मानसिक शक्ति ,संकल्प शक्ति को लेक वो बस निकल पड़े और अकेले दोनो घाटियों को पूरा किया। वह देहरादून – देवप्रयाग – चमोली -जोशीमठ- माणा- माणा पास (रत्ताकोणा – 4200 मीटर ) -जोशीमठ – नीती घाटी( नीति गांव) करीबन 600 किमी की यात्रा इन्होंने पूरा किया।
लवी बड़वाल का कहना है कि अगर हौसले बुलंद हैं, खुद में विश्वास है और मानसिक शक्ति है तो कुछ भी पाया जा सकता है। बताते चले कि लवी बड़वाल पहला व्यक्ति है जिसने अकेले दोनों घाटियों को साइकिल से पूरा किया। अभी तक किसी भी व्यक्ति ने इन घाटियों को साइकिल से अकेले पूरा नही किया था।
पहाडों में विगत दिनों में भारी बारिश से पहाड़ी रास्तों की हालत बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है। जगह -जगह लैंडस्लाइड धूल मिट्टी ऐसे कठिन रास्तों में भी लवी ने हार नहीं मानी और अपनी मंजिल की ओर बढ़ते रहे और अपनी मंजिल पर सफलता प्राप्त की। इसीलिये कहते है जहाँ चाह है वहाँ राह है।