मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार के कार्यकाल में सदर तहसीलदार मोहम्मद शादाब की ईमानदार कार्यशैली भी कर रही है अपने अच्छे दायित्व का निर्वहन
देहरादून I केंद्र की सरकार हो अथवा किसी भी राज्य की सरकारें हो, उन सभी सरकारों में कई अधिकारी गण ऐसे होते हैं जो कि अपनी साफ सुथरी कार्यशैली के चलते अपनी एवं अपने पद की गरिमा तो बनाए ही रखते हैं बल्कि साथ ही सरकार अथवा शासन प्रशासन के लिए भी अपनी पारदर्शिता वाली छवि के साथ-साथ स्वस्थ परंपरा वाली एक मिसाल को कायम रखते हैं I ऐसे ही एक अधिकारी अधिकारी का नाम है मोहम्मद शादाब, जो कि वर्तमान समय में उत्तराखंड राज्य के देहरादून में सदर तहसीलदार के पद पर विराजमान हैं I
सदर तहसीलदार के पद पर कार्यरत मोहम्मद शादाब का नाम एक ऐसे अधिकारी के रूप में सामने आ रहा है, जिनकी कार्यशैली वास्तव में एक पारदर्शिता को परिलक्षित करने के साथ ही सरकारी सेवक की कार्यशैली को प्रगति प्रदान करती आ रही है I खास बात यह है कि शासन प्रशासन में इस सरकारी सेवक मोहम्मद शादाब के कामकाज को काफी नजदीक से देखा जा रहा है एवं प्रशंसा भी की जा रही है I सदर तहसीलदार के पद पर बैठे मोहम्मद शादाब अब तक कई ऐसे मामलों को निपटा चुके हैं, जो कि लंबित चल आ रहे थे I यही नहीं, नियमित रूप से अपनी कुर्सी पर बैठकर समस्याओं के समाधान भी मोहम्मद शादाब करते आ रहे हैं I यदि यह कहा जाए कि शासन प्रशासन के दिशा निर्देशों का पूरी तरह से अनुपालन करने में भी सदर तहसीलदार मोहम्मद शादाब कर्तव्य निष्ठा के पायदान पर खरे उतरते आ रहे हैं तो उसमें किसी भी प्रकार की कोताही अथवा संदेह नहीं है I मुख्य बात यह है कि उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं ईमानदार एवं भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने वाले अधिकारियों की कार्यशैली को पसंद करते आ रहे हैं I मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार ऐसे ईमानदार एवं कर्तव्य निष्ठ अधिकारियों का मान सम्मान करने के साथ ही समय-समय पर उनकी पीठ भी थपथपाते रहे हैं I उत्तराखंड राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने एवं सरकारी कामकाज में पूरी तरह से पारदर्शिता को कायम करने के लिए पुष्कर सिंह धामी की सरकार वास्तव में निरंतर अपने कदम आगे बढ़ाते हुए राज्य को एक आदर्श प्रदेश बनाने के मिशन अभियान पर चल रहे हैं I धामी सरकार अपनी सरकार की पारदर्शी कार्यशैली को गति देते हुए ईमानदार अधिकारियों के कामकाज को भी परखते चले आ रहे हैं और उनको ऐसे ही अधिकारियों की आवश्यकता है I यही कारण है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड राज्य के अंदर स्वच्छ एवं स्वस्थ पारदर्शी शासन कायम करने में जुटे हुए हैं I ऐसा माना एवं समझा जा रहा है कि सरकारी सेवक सदर तहसीलदार के पद पर वर्तमान समय में कार्यरत मोहम्मद शादाब को सरकार द्वारा शीघ्र ही उनकी ईमानदारी एवं कर्तव्य निष्ठा, भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की दिशा में अपना योगदान देने के लिए संभवत: सम्मानित किया जाएगा I
मुख्य बात यह भी देखने को मिली है कि अपने सदर तहसीलदार के कार्यालय में जब जब नियमित रूप से मोहम्मद शादाब अपनी कुर्सी पर बैठते हैं, तो उस समय जो भी फरियादी अथवा पीड़ित व्यक्ति उनके पास अपनी अपनी समस्याएं लेकर आते हैं तो उनका वे समाधान करने में विलंब नहीं करते I ऐसे में मोहम्मद शादाब के पास अपनी समस्याओं को लेकर आने वाले फरियादियों को भी जहां पूर्ण रूप से संतुष्टि प्राप्त होती है, वहीं ऐसे फरियादी एक ईमानदार सदर तहसीलदार मोहम्मद शादाब की कार्यशैली पर प्रसन्न होकर उनके दरबार से खुशी-खुशी लौट भी जाते हैं I एक अच्छे ईमानदार एवं कुशल प्रशासक अथवा अधिकारी की पहचान यही है कि यदि कोई फरियादी ऐसे अधिकारी के दरबार से अपनी समस्या के समाधान होने पर लौटता है और उसके चेहरे पर जो खुशी एवं संतुष्टि नजर आती है, वह अपने आप में एक बेहतर कार्य कुशलता को भी दर्ज करती है I
देहरादून में सदर तहसीलदार के महत्वपूर्ण पद पर अपनी सेवा देने वाले मोहम्मद शादाब ने इस कुर्सी पर बैठने से पूर्व अनेक सेवा के पदों पर भी कार्य किए हैं और वह कार्य भी काफी सराहनीय माने जाते रहे हैं I ऐसे अधिकारी वास्तव में एक पूर्ण कामयाब अधिकारी का दर्जा अपनी सरकारी सेवा में लेने के साथ ही एक शानदार सेवा भाव उत्पन्न करने में निश्चित रूप से कामयाब रहते हैं I सदर तहसीलदार मोहम्मद शादाब के भ्रष्टाचार मुक्त कामकाज अथवा ईमानदार कार्यशैली को देखते हुए ही उनको शासन की ओर से देहरादून में महत्वपूर्ण कुर्सी का जिम्मा दिया हुआ है I इस पद पर अपनी ईमानदारी एवं पारदर्शिता के साथ ही भ्रष्टाचार मुक्त राज्य बनाने की दिशा में मोहम्मद शादाब पूरी लगन के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करने में जुटे हुए हैं I धामी सरकार को वास्तव में ऐसे ही अधिकारियों की आवश्यकता भी है I