उत्तराखंड में दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस को बड़ी उम्मीदें

देहरादून। उत्तराखंड में दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस को बड़ी उम्मीदें हैं। लोकसभा चुनाव में हरिद्वार जिले की मंगलौर विधानसभा सीट पर कांग्रेस को मतदाताओं का जिस प्रकार भारी समर्थन मिला है, उससे पार्टी उत्साहित है।

बदरीनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव में कांग्रेस का मुख्य मुकाबला सत्ताधारी दल भाजपा से है। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में यह सीट कांग्रेस के खाते में आई थी। लोकसभा चुनाव के अवसर पर कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी भाजपा में सम्मिलित हो गए। यह सीट रिक्त होने से कांग्रेस को विधानसभा में एक सीट से हाथ धोना पड़ा है। यही कारण है कि इस सीट पर उपचुनाव को पार्टी प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाए हुए है। भाजपा ने इस सीट से

पूर्व विधायक राजेंद्र भंडारी को चुनाव मैदान में उतारा है। भंडारी के साथ ही कांग्रेस में उनके साथ कार्यकर्ताओं की टीम भी भाजपा में जा चुकी है। यही कारण है कि कांग्रेस ने इस सीट पर प्रत्याशी के चयन में जातीय और स्थानीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा, ताकि भंडारी को चुनौती दी जा सके। कांग्रेस प्रत्याशी लखपत बुटोला जिला पंचायत के उपाध्यक्ष एवं कुछ समय के लिए अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

पार्टी हाईकमान ने प्रदेश के सभी दिग्गज नेताओं से एकजुट होकर उपचुनाव में जुटने की अपेक्षा की है, ताकि भाजपा की चुनौती से निपटा जा सके। माना जा रहा है कि पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं गढ़वाल संसदीय सीट से पार्टी प्रत्याशी रहे गणेश गोदियाल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह बदरीनाथ के साथ ही मंगलौर सीट पर भी पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार का जिम्मा संभालते दिखाई देंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता एकजुट होकर उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों को जिताने के लिए पूरी शक्ति लगाएंगे।

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