राजस्व विभाग की जांच में नगर स्थित ग्राम लौका में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने का मामला प्रकाश में आया है। विभागीय अधिकारियों ने छह लोगों की ओर से करीब 3.50 एकड़ भूमि पर कब्जे के साथ खेती के उपयोग में लिए जाने की पुष्टि करते हुए अग्रिम कार्रवाई के लिए इसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी है।
सितारगंज तहसीलदार पूजा शर्मा ने बताया कि ग्राम लौका स्थित सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर खेती किए जाने की शिकायत प्राप्त हुई थी। जिस पर विभागीय टीम ने मौके पर पहुंच जांच की और साक्ष्य एकत्रित किए। मौके पर टीम देखा कि सरकारी भूमि पर गांव के ही छह लोगों की ओर से कब्जा कर धान और गन्ने की खेती की जा रही थी।
उन्होंने बताया कि प्रशासन ने फसल को काटने पर रोक लगा दी है। साथ ही इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है। उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद मामले में आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
ग्राम लौका निवासी भूपेंद्र सिंह ने 0.250 हेक्टेयर पर कब्जा कर धान की खेती की है।
ग्राम बरी निवासी हरदीप सिंह ने 0.300 हेक्टेयर पर कब्जा कर धान की खेती की है।
ग्राम लौका निवासी मेजर सिंह ने 0.250 हेक्टेयर जमीन पर कब्जा कर गन्ने की खेती करने के साथ दो आम के पेड़ लगाए हैं।
ग्राम लौका निवासी सुरजीत सिंह ने 0.158 हेक्टेयर पर धान की खेती की है।
ग्राम लौका निवासी तीरथ सिंह ने 0.158 हेक्टेयर जमीन पर धान की खेती की है।
ग्राम लौका निवासी मिलखराज सिंह ने 0.284 हेक्टेयर जमीन पर धान की खेती की है।
भूमि की हदबंदी को लेकर दो पक्षों में हुई मारपीट
भूमि की हदबंदी को लेकर दो पक्षों में कहासुनी हो गई। जिसमें बात बढ़ी तो हाथापाई होने लगी। मामले को लेकर कोतवाली पहुंचे दोनों पक्षों के समर्थकों में तीखी नोकझोंक हो गई। पुलिस ने दोनों पक्षों को किसी तरह शांत कराया। एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए दोनों पक्षों ने तहरीर दी है।
रामपुर रोड निवासी महक राज सिंह ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि शिशु मंदिर के पास उसकी जमीन है। रविवार को वह अपनी जमीन की बाउंड्री कराने के लिए गए थे। आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति ने गाली-गलौज शुरू कर दी।
महक राज ने आरोपित पर अपशब्द बोलते हुए मारपीट करने का आरोप लगाया है। वहीं दूसरे पक्ष के स्टेशन रोड निवासी तरुण खन्ना ने भी कोतवाली में तहरीर दी है। जिसमें उसकी भूमि के पिलर तोड़ने का आरोप लगाया है। विरोध करने पर उसके साथ गाली-गलौज व मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई। वहीं एसआई कैलाश चंद्र नगरकोटी ने दोनों पक्षों को कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। इस घटना के चलते काफी देर तक अफरातफरी का माहौल रहा।